क्या आप खुजली,दाद,चर्म रोग या फोड़े-फुंसी से परेशान है?

खुजली एक छुआ-छूत रोग है जिसे होता है वो काफी परेशान हो जाता है खुजली,दाद,चर्म रोग या फोड़े-फुंसी हो जाने पर उसको खुजली-खुजलीकर हाल-बेहाल हो जाता है खुजली की स्थिति में हम त्वचा तक को नोचने पर मजबूर हो जाते हैं और खुजली होने पर लोगों के सामने आने में भी शर्म आती है यहा तक कि ऐसा लगता है कि आप अपने शरीर को बस खुजाते रहे. खुजली होना भी आम बीमारी है जो किसी को भी, किसी खुजली वले के साथ रहने से, गंदे कपड़े पहनने से, न नहाने से, पेट में कीड़े होने से, किसी का गंदे वस्त्र पहनने से, किसी खाद्य पदार्थ या दवा से एलर्जी होने भी पर हो सकती है खुजली में इंसान अपना-आपा खो कर अपने शरीर पर कही न कही लगातार खुजली करता रहता है खुजली के लिए सबसे कारगर उपाय है तेल से शरीर पर मालिश करने से रूखी और बेजान त्‍वचा को नमी मिलती है. खुजली होने पर काम में मन नहीं लगता है और इंसान चिड़चिड़ा हो जाता है.

खुजली,दाद,चर्म रोग या फोड़े-फुंसी होने पर आजमाए ये कुछ उपाय

- 1). खुजली होने पर आप कनेर के सौ ग्राम पत्ते ले, और 500 मिलीलीटर सरसों के तेल में धीमी आंच पर पकाएं तथा जब यह आधा बचे तो आप इसे छानकर शीशी में भरलें.
और इसे प्रतिदिन खुजली के स्थन पर लगायें इससे खुजली दूर होती है इसका प्रयोग अनेक प्रकार की त्वचा रोग को दूर करने के लिए भी किया जाता है.
2). कनेर के पत्ते को 250 मिलीलीटर सफेद तिल के तेल में पकाकर त्वचा पर लगाने से गीली और सूखी खुजली दूर होती है. अगर आप कोई क्रीम या दवा लगाना नहीं चाहते या लगाने पर भी आराम न हो रहें तो घर पर ही यह चर्म रोगनाशक तिल्ली तेल बनाकर लगाएँ, इससे खुजली,दाद,चर्म रोग या फोड़े-फुंसी दूर हो जाते हैं.
तिल्ली तेल बनाने की विधि-
सामग्री-
1)नीम की छाल- 25 ग्राम
2)चिरायता-25 ग्राम
3)हल्दी- 25 ग्राम
4)लाल चन्दन- 25 ग्राम
5)हरड़- 25 ग्राम
6)बहेड़ा- 25 ग्राम
7)आँवला- 25 ग्राम
8)अड़ूसे के पत्ते- 25 ग्राम

बनाने की विधि-
सभी को पानी में पांच - छ: घंटे भिगो दे और फूल जाने पर इसे पीस कर कल्क बना लें-
कल्क(पीठी)से चार गुनी मात्रा में तिल का तेल ले और तेल से चार गुनी मात्रा में पानी को एक बड़े बरतन में डाल दें अब इसे मंदी आंच पर तब तक उबालें जब तक कि पानी जल न जाए सिर्फ तेल बचे इस तेल को शीशी में भरकर रख लें-
फिर जहाँ भी खुजली हो,दाद हो वहाँ या पूरे शरीर पर इस तेल की मालिश करें. यह तेल चमत्कारी प्रभाव करता है. लाभ होने पर भी यह मालिश जारी रखें. मालिश स्नान से पहले या सोते समय करें और फायदा देखें-
खुजली के कुछ घरेलू बरताव-
1)खुजली होने पर सफाई का पूरा ध्‍यान रखें तथा साबुन का प्रयोग जितना भी हो कम कर दें और सिर्फ मृदु साबुन या नीम साबुन का ही इस्तेमाल करे -
2).कभी-कभी त्‍वचा को रसायनीक पदार्थ से भी एलर्जि हो जाती है अतः सही तरीके का लोशन ही लगाएं.
3).मुल्‍तानी मिट्टी और नीम की पत्‍ती का पूरे शरीर पर लेप लगाएं. उसके बाद साफ पानी से शरीर को धो लें.
4).थोडा-सा कपूर लें , दो बड़े चम्‍मच नारियल का तेल लें , तेल को हल्‍का सा गरम करे. तेल को कपूर के साथ मिलाकर खुजली वाले स्‍थान पर नियमित लगाने से खुजली का नाश जाती है.
5).यदि जनेंद्रिय पर खुजली की शिकायत हो तो आप गर्म पानी में फिटकरी मिलाये और फिर उसे शरीर पर लगाएं.
6).नारियल तेल का दो चम्‍मच लें, उसमें एक चम्‍मच टमाटर का रस मिलाये तथा फिर खुजली वाले स्‍थान पर भली-भांति से मालिश करे. कुछ समय बाद गर्म पानी से स्‍नान कर लें यह काम एक सप्ताह तक करे खुजली में बहुत आराम मिलेगा.
7).गेहूं के आटे को पानी में घोल कर, उसका लेप बनाकर लगाने से विविध चर्म रोग, खुजली, टीस, फोडे-फुंसी के अलावा आग से जले हुए घाव में भी राहत मिलती है.
8).सवेरे खाली पेट 30-35 ग्राम नीम खाने से या नीम का रस पीने से चर्म रोग में लाभ होता है.
ध्यान रहे कि खुजली से परेशान लोगों को चीनी और मिठाई नहीं खानी चाहिए.
क्या आप खुजली,दाद,चर्म रोग या फोड़े-फुंसी से परेशान है? क्या आप खुजली,दाद,चर्म रोग या फोड़े-फुंसी से परेशान है? Reviewed by dheeraj on 04:13 Rating: 5

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